प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र कैसे खोले, जानिये प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की पूरी जानकारी

हमारे देश में निरंतर बढ़ती जा रही महंगाई से तो हर कोई जूझ रहा है। और यदि आप के पास अच्छे-खासे पैसे नहीं हैं, तो किसी भी काम का सुचारु रूप से हो पाना असंभव सा होता है। फिर चाहे किसी व्यक्ति की बीमारी के उपचार के लिए दवाइयों की ही बात क्यों न हो। काफी लोग तो महंगी-महँगी दवाइयां न खरीद पाने के कारण इलाज के आभाव में दम तोड़ देते हैं।

इसी पर विचार करते हुए पूर्व में चल रही “जन औषधि योजना” को नया रूप देते हुए हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के द्वारा दिनांक 1 जुलाई 2015 को “प्रधानमंत्री जन औषधि योजना” की शुरुआत की गयी थी। इस योजना के अंतर्गत सरकार उच्च गुणवत्ता वाली जैनेरिक दवाइयों को बाजार की कीमत से काम दामों पर जनता तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है।

भारत सरकार इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक शहर में एक औषधि केंद्र खोलने का प्रयास कर रही है। और इस औषधि केंद्र में जैनेरिक दवाइयां कम कीमत पर मौजूद होंगी। यह जैनेरिक दवाइयां फार्मा या ब्रांडेड कम्पनी के मुकाबले काफी सस्ती होती है। जबकि दोनों एक ही प्रकार के कम्पाउंड की दवाइयां होती है। इसके साथ ही इसकी क्वालिटी में भी किसी प्रकार की कमी नहीं होती है।

अब कम दामों में उच्च गुणवत्ता वाली जैनेरिक दवाइयां उपलब्ध होने से सारे संसार का भरोसा अब भारतीय जन औषधियों में पहले की अपेक्षाकृत बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इस योजना के अंतर्गत भारत में 764 जिले में से 743 जिलों को कवर किया गया है। और 31 जनवरी 2023 तक भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) की संख्या बढ़कर 9,082 हो गयी है।

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जेनेरिक दवाइयों का मूल्य ब्रांडेड दवाइयों की अपेक्षा कम क्यों होता है

जैनेरिक दवाइयों का मूल्य ब्रांडेड दवाइयों की अपेक्षा इसलिए कम होता है क्योंकि, जेनेरिक दवाइयां बनाने वाली कंपनियां अपनी दवाइयों के प्रमोशन एवं उसकी मार्केटिंग पर विशेष खर्च एवं ध्यान नहीं देती है। इसकी अपेक्षाकृत ब्रांडेड कंपनियों द्वारा इस पर अधिक ध्यान एवं खर्च किया जाता है। जेनेरिक दवाइयों की एक विशेषता यह भी है कि, इसके दाम सरकार द्वारा निर्धारित किये जाते हैं। इसलिए जैनेरिक दवाई बनाने वाली कंपनियां इसका दाम नहीं बढ़ा सकती हैं।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाइयां

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना को केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया है। कुछ समय पहले तक इसमें केवल जेनेरिक एलोपैथिक दवाइयां ही सस्त दामों पर उपलब्ध थीं। किन्तु अब इसमें कुछ संशोधन करते हुए इसमें 20 आयुर्वेदिक प्रोडक्ट को भी शामिल किया गया है। अब इस जन औषधि केंद्र में जेनेरिक दवाइयों के साथ ही आयुर्वेदिक प्रोडक्ट भी मिलते हैं।

इस औषधि केन्द्र में 280 सर्जिकल उपकरण एवं 1759 दवाइयां एवं 20 आयुर्वेदिक प्रोडक्ट भी शामिल हैं। जैसे- प्रोटीन बार, माल्ट-बेस्ट फ़ूड सप्लीमेंट्स, मास्क, सेनेटाइजर इत्यादि जैसी नई दवाइयां एवं न्यूट्रास्यूटिकल्स इत्यादि के साथ ही आयुर्वेदिक प्रोडक्ट जिनमें च्यवनप्राश, त्रिफला, आंवला, अश्वगंधा, तेल आधारित प्रोडक्ट (तैला), गोंद आधारित प्रोडक्ट, आयुर्वेदिक फर्मटेड फ़ार्मुलेशन्स (किण्वित, असावा, अरिष्टा), तरल फार्मुलेशन (अवालेह ), टेबलेट आधारित प्रोडक्ट (गुटिका), पावडर वाली दवाइयां (चूर्ण) इत्यादि भी उपलब्ध हैं।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के द्वारा संचालित किये जाने वाले कार्य

जन औषधि योजना की स्थापना यूपीए सरकार के दौरान वर्ष 2008 में हुई थी। इस योजना को वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि योजना के रूप में एक नया रूप दिया गया था। और चल रही योजना को गति प्रदान करने के लिए दिनांक 23/04/2018 को इसका नाम बदल कर फिर से इसे प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) नाम दिया गया। इसका संचालन “ब्यूटी आफ फार्मा पीएसयू आफ इंडिया” (बीपीपीआई) के द्वारा किया जा रहा है। यह एक नया विभाग है। जिसे फार्मस्युटिकल्स विभाग द्वारा तैयार किया गया है। यह विभाग फार्मस्युटिकल्स विभाग के अधीन कार्य करता है। इसके द्वारा संचालित किये जाने वाले कार्य इस प्रकार हैं।

जन औषधि केंद्रों को बढ़ावा

बीपीपीआई विभाग द्वारा जन औषधि केंद्रों का प्रचार कर इसे बढ़ावा भी दिया जा रहा है। जिससे लोगों को दवाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सके।

जेनेरिक दवाइयों के बारे में प्रेरित करना

बहुत सारे लोगों के जेनेरिक दवाइयों के बारे में अलग-अलग विचार होते हैं। जैसे- कुछ लोगों का विचार होता है कि, जेनेरिक दवाइयां ब्रांडेड दवाइयों की अपेक्षाकृत कम प्रभावी होती हैं। तो कुछ कहते हैं कि, इनकी क्वालिटी अच्छी नहीं होती है। उनके इन्ही भ्रांतियों को दूर करने और लोगों को प्रेरित करने का काम होता है।

केंद्रों का संचालन

बीपीपीआई इस पर भी नजर रखेगी कि, जिन-जिन स्थानों पर जन औषधि केंद्र स्थापित किये गए हैं। वहां पर उनका संचालन ठीक ढंग से किया जा रहा है, अथवा नहीं।

योग्य उम्मीदवार का चयन

उम्मीदवारों द्वारा अपने क्षेत्र में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन भी बीपीपीआई के जरिये से लिए जाएंगे। एवं वे ही योग्य उम्मीदवारों को चयनित कर औषधि केंद्र खोलने की स्वीकृति प्रदान करेंगे।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलना

देश के प्रत्येक नागरिक को उपचार के लिए कम दामों पर दवाइयां मिल सकें। इसके लिए सरकार ने इस योजना के अंतर्गत देश के ज्यादातर हिस्से में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुलवाने का कार्य “बीपीपीआई” विभाग को दिया है।

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के फायदे

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के अनेक फायदे हैं, जो इस प्रकार हैं।

  • इस योजना के अंतर्गत लोग अधिक मूल्यों वाली दवाइयां कम दामों में आसानी से खरीद सकते हैं।
  • इस योजना का फायदा देश की प्रत्येक जनता को मिलेगा।
  • इस योजना के अंतर्गत दी जाने वाली राशि को लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर किया जाएगा।
  • इस योजना के तहत लाभार्थी को दवा के प्रिंट मूल्य से 20% तक की छूट मिलेगी।
  • प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुलने से लोगों को नए रोजगार के मौके मिलेंगे। एवं देश में बेरोजगारी भी कम होगी।
  • इस योजना के तहत शुरुआत में 1 लाख रूपये फ्री दवाओं के जरिये से दिए जाएंगे।
  • इस योजना के द्वारा लाभार्थी की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
  • देश के केंद्र शासित राज्य एवं सभी प्रदेशों में 31 जनवरी 2023 तक कुल 9,082 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं।
  • इस योजना के तहत लाभार्थी को प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने पर सरकार द्वारा वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।
  • इस योजना के अंतर्गत जेनेरिक दवाइयां खरीदने पर बल दिया जा रहा है।
  • इस योजना के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्र वाले एवं उत्तर-पूर्वी राज्यों के लाभार्थी को 15% इंसेंटिव दिया जाएगा।
  • इस योजना के अंतर्गत 12 महीने की बिक्री करने पर लाभार्थी को 10% अतिरिक्त इंसेंटिव दिया जाएगा। जो लगभग 10 हजार रूपये हर महीने की राशि होगी।
  • इस योजना के तहत फर्नीचर एवं फ्रिक्स्चर की 1 लाख तक की प्रतिपूर्ति की जायेगी।
  • इस योजना के तहत इंटरनेट, प्रिंटर, कम्प्यूटर इत्यादि के लिए प्रतिपूर्ति के तौर पर 50 हजार रूपये लाभार्थी को दिए जाएंगे।

इस तरह से प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के संचालक कुल 50 हजार रूपये से 1 लाख रूपये तक प्रत्येक माह कमा सकते हैं।

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के लिए योग्यता

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के लिए योग्यताएं इस प्रकार हैं।

  • आवेदक की आयु कम से कम 18 साल की होनी चाहिए।
  • आवेदक के पास बी फार्मा अथवा डी फार्मा की डिग्री होना आवश्यक है।
  • आवेदक के पास कम से कम 120 वर्ग फिट क्षेत्रफल का खुद का या किराये की जगह होनी चाहिए।
  • आवेदक पंजीकृत चिकित्सा व्यवसायी होना चाहिए।
  • आवेदक को चिकित्सक या मेडिकल स्टोर में काम करने का अनुभव होना चाहिए।
  • आवेदक इनकम टैक्सपेई नहीं होना चाहिए।

इन सबकी जांच बीपीपीआई द्वारा की जायेगी।

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की पात्रता

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की पात्रता इस प्रकार है।

  • आवेदक को भारत देश का नागरिक एवं भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
  • इसका आवेदन बेरोजगार एवं नौकरी करने वाले दोनों कर सकते हैं।
  • सभी वर्गों के लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार हैं।

  • आधार कार्ड।
  • पैन कार्ड।
  • फार्मेसिस्ट का सार्टिफिकेट।
  • शैक्षिक योग्यता का प्रमाणपत्र।
  • स्थाई पते का प्रमाणपत्र।
  • जाति प्रमाण पत्र।
  • पासपोर्ट साइज फोटो।
  • जमीनी दस्तावेज।
  • मोबाइल नंबर।
  • बैंक अकाउंट का विवरण।
  • जन औषधि रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र।
  • रिटेल ड्रग लाइसेंस।
  • हॉस्पिटल, चैरिटेबल ट्रस्ट या एनजीओ आदि इसके लिए आवेदन करते हैं, तो उन्हें अपने संस्थान का प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का पंजीकरण-2023

पहले सरकार जन औषधि केंद्र खोलने के लिए कुछ फ़ीस चार्ज करती थी। किन्तु अब इसमें संशोधन किया गया है। जिसके अंतर्गत अब कोई फ़ीस चार्ज नहीं लिया जाता है। इसके साथ ही आपको यह भी जानना आवश्यक है कि, अगर कोई फ़ीस चार्ज करता है, तो इसकी शिकायत आप बीपीपीआई विभाग से कर सकते हैं। जो कि, उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करेगी।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में आवेदन फ़ार्म भरने की प्रक्रिया काफी सरल है। और यह इस प्रकार है।

  • सबसे पहले आवेदक को प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के आधिकारिक वेबसाइट janaushadhi.govt.in /index.aspx पर जाना होगा।
  • जैसे ही आप आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करेंगे, आपके सामने स्क्रीन पर होम पेज ओपन हो जाएगा।
  • इस पेज पर आपको Apply for kendra विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • जैसे ही आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे। आपके समक्ष एक नया पेज खुल जाएगा।
  • अब आपको इस पेज पर Apply online विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • जैसे ही आप Apply online पर क्लिक करेंगे। आपके समक्ष स्क्रीन पर एक पेज खुलेगा।
  • इस पर आपको Registered Now विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • आप जैसे ही इस विकल्प पर क्लिक करेंगे, आपके सामने स्क्रीन पर रजिस्ट्रेशन फ़ार्म खुल जाएगा।
  • अब आप इस रजिस्ट्रेशन फ़ार्म में मांगी गयी पूरी जानकारी सावधानी पूर्वक दर्ज करें।
  • सारी जानकारी दर्ज करने के पश्चात सब्मिट बटन पर क्लिक करें।
  • आपने जो मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन करती समय दर्ज किया होगा, उसी मोबाइल नंबर पर आपका यूजर आईडी एवं पॉसवर्ड आएगा।
  • अब आपको Sing in करके प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र फ़ार्म के लिए ऑनलाइन आवेदन से करें

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र फ़ार्म का ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है।

  • इसके लिए अब आपको Sing in पेज पर वापस जाना होगा।
  • और फिर PM jan Aushadhi kendra Sing in पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद आपके स्क्रीन पर एक पेज खुलकर आएगा।
  • अब आपको इस फ़ार्म में यूजर आईडी, पासवर्ड एवं कैप्चा कोड दर्ज कर लॉगिन विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • आप जैसे ही लाग इन पर क्लिक करेंगे, आपके समक्ष स्क्रीन पर फ़ार्म खुलकर आ जाएगा।
  • अब आप फ़ार्म में मांगी गयी समस्त जानकारियों को सावधानी पूर्वक दर्ज करें, एवं सब्मिट बटन पर क्लिक करें।

आप इस प्रकार से प्रधानमंत्री जन औषधि योजना का ऑनलाइन फ़ार्म आराम से भर सकते हैं।

पीएम जन औषधि केंद्र का टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर

आपको पीएम जन औषधि केंद्र खोलने में कोई समस्या आ रही है, या आपको सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सहायता में कोई समस्या आ रही है। तो आप टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1800-180-8080 पर काल करके अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं। आपको बता दें कि, टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर से संबंधित अधिकारी सोमवार से शुक्रवार सुबह- 9.30 से शाम 6.00 बजे तक मौजूद रहते हैं।

निष्कर्ष

हम आशा करते हैं कि, हमारे इस आर्टिकल में प्रधानमन्त्री जन औषधि योजना से संबंधित बतायी गयी जानकारी आपके लिए अवश्य फायदेमंद साबित होंगी। हमें उम्मीद है कि, आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ेंगे, और इसमें प्रधानमंत्री जन औषधि के बारे में बताई गयी बातों का लाभ उठाएंगे।