आज के इस टेक्नोलॉजी के युग में इंटरनेट का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसने दुनिया में एक विशेष प्रकार की क्रांति ला दी है। इसका उपयोग करके आप अपनी बातें सरलता से लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इसका उपयोग करके आप अपनी कला एवं कौशल को भी लोगों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं।
आज इंटरनेट पर इस प्रकार के अनेकों सोशल साइट्स उपलब्ध है। जो इस प्रकार के कामों में काफी सहायक सिद्ध होते हैं। और आज के इस टेक्नोलॉजी के युग में तो ये पैसे कमाने का एक काफी बड़ा जरिया बन गया है। और इन जरियों में यूट्यूब का एक विशेष योगदान है।
आजकल काफी सारे लोग इसके जरिये से अपने सपनों को पूरा की कोशिश कर रहे हैं। और काफी लोग तो इसके जरिये लाखों रूपये कमा रहे हैं, और जिससे एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। आज काफी लोगों का सपना है कि, वो यूट्यूबर बन सकें। एवं जिसके जरिये वो अच्छे-खासे पैसे कमाकर अपनी मंजिल एवं सपनों को पूरा कर सकें।
क्या है यूट्यूब
यूट्यूब एक वीडियो शेयरिंग वेबसाइट है। जो अमेरिका के सैन ब्रूनों में स्थित है। इसको आज से करीब 12 वर्ष पूर्व तैयार कर 14 फरवरी 2005 को अस्तित्व में लाया गया था। ये गूगल के सहायक कम्पनी के रूप में काम करती है। आजकल इसका महत्त्व काफी ज्यादा बढ़ गया है।
वास्तव में यूट्यूब एक सोशल साइट्स है। जिसकी मुख्य विशेषता वीडियो है। इस साइट में हर प्रकार के वीडियो, समाचार, फ़िल्में संचालित होती है। जिनका संचालन इंटरनेट के माध्यम से किया जा सकता है। और उसे देख कर आंनद प्राप्त किया जा सकता है।
इस वेबसाइट पर कोई भी अपना एक अलग चैनल तैयार कर वीडियो पोस्ट, पोस्ट शेयर, रेट, रिपोर्ट इत्यादि कर सकता है। अगर आप कोई मूवी देखना चाहें, तो देख सकते हैं। या आपका कोई पसंदीदा टीवी सीरियल इत्यादि छूट गया है, तो आप बड़े आराम से उस एपिसोड को इसमें देख सकते हैं।
इसकी एक विशेषता यह भी है कि, इसका संचालन करने के लिए आपको कोई फ़ीस, रजिस्ट्रेशन या एकाउंट नहीं बनाना पड़ता है। यदि कोई वीडियो केवल एडल्ट के लिए है, तो इसके लिए व्यस्क होने का प्रमाण अपनी ईमेल आईडी देकर दिया जा सकता है। इस वेबसाइट पर अनेकों प्रकार की मूवी, म्यूजिक वीडियो, लाइव परफार्मेस, न्यूज, सीरियल, शार्ट फ़िल्में, टीवी शो, डाक्यूमेंट्री मूवीज पोस्ट किये हुए होते हैं।
यूट्यूब का इतिहास
यूट्यूब कम्पनी का निर्माण जावेद करीम, स्टीव चैन एवं चैड हर्ल ने मिलकर किया था। पहले ये तीनों लोग “पेपल” में काम करते थे। जावेद करीम एवं स्टीव चैन ने इलिनॉइस विश्वविद्यालय से कम्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी,जबकि चैड हर्ल ने इंडिआना विश्वविद्यालय से डिजाइन का कोर्स किया था। और अक्सर इन लोगों से सम्बंधित एक घटना का जिक्र मीडिया में आया करता है।
जिसमें बताया जाता है कि, एक बार एक पार्टी के दौरान स्टीव चैन के अपार्टमेंट में दोनों दोस्तों ने कुछ वीडियो तैयार किये थे। परन्तु ये लोग इस वीडियो को किसी के साथ शेयर नहीं कर पा रहे थे। इससे परेशान होकर इन दोनों को वीडियो साझा करने का एक तरीका समझ में आया, जो कुछ अंतराल के बाद यूट्यूब के रूप में जाना जाने लगा।
जावेद का कहना है कि, वर्ष 2004 में हिन्द महासागर में आयी सुनामी एवं वर्ष 2004 में जेनेट जैक्सन के “सुपर बाउल इंसिडेंट” के दौरान उनके मन में यूट्यूब की तरकीब सूझी। वास्तव में जावेद को इन दोनों में से किसी एक का भी वीडियो क्लिप नहीं मिल पा रहा था। वीडियो न मिल पाने के कारण उसने एक इस प्रकार के प्लेटफार्म के बारे में विचार किया। जिसकी मदद से वीडियो काफी आराम से साझा किये जा सकें। हलांकि चैड एवं स्टीव बताते हैं कि, एक ऑनलाइन डेटिंग सर्विस वेबसाइट एवं “हाट एवं नोट”को देखकर यूट्यूब का वास्तविक आइडिया आया था।
इस कम्पनी की शुरुआत 11 मिलियन डालर के एक भारी-भरकम बजट के साथ हुई थी। इसका पहला डीमेन नाम www.youtube.com था। जो फरवरी 2005 को शुरू हुआ था। इसका पहला हेड क्वाटर कैलिफोर्निया के सैनमटो में स्थित एक जापानी रेस्टोरेंट के ऊपर था। ये समय नवम्बर 2005 से अप्रैल 2006 के बीच का था।
इस वेबसाइट का पहला वीडियो “मी एट द जू” के नाम से था। इस वीडियो में कम्पनी के संस्थापकों में से जावेद एक चिड़ियाघर जो कि, सैन डिएगो में स्थित है, में देखे जाते हैं। ये वीडियो 23 अप्रैल 2005 को www.yutube.com पर पोस्ट किया गया था। जिन्हें 12 वर्ष के बाद आज भी काफी ध्यान से देखा जा रहा है।
इसी वर्ष माह मई के आसपास इसमें कुछ ऐसे विशेष सुधार किये गए, जिससे सामान्य लोग भी काफी आराम से वीडियो देख सकें। इस वेबसाइट पर पहला वीडियो “नाइक” का एक विज्ञापन बना। जिसे करीब एक मिलियन व्यूज मिले। इस विज्ञापन में “रोनाल्डिन्हो” ने काम किया था। इसी वर्ष नवम्बर माह में सेक्विया कैपिटल ने 3.5 मिलियन डालर का निवेश यूट्यूब में किया। इससे यूट्यूब को काफी बल मिला।
इस समय एक दिन में करीब 8 मिलियन व्यूज यूट्यूब पर आ रहे थे। ये वेबसाइट काफी तेजी से आगे बढ़ रही थी। यूट्यूब कम्पनी ने वर्ष 2006 में ये ऐलान किया कि, इस पर प्रतिदिन 65 हजार वीडियोज पोस्ट किये जा रहे हैं। इसके बाद यूट्यूब के वीडियोज को रोजाना करीब 100 मिलियन व्यूज आने लगे थे।
यूट्यूब ने वर्ष 2014 में यह ऐलान किया कि, इस वेबसाइट पर हर 60 सेकेण्ड में करीब 3 सौ घंटे के वीडियो पोस्ट किये जा रहे हैं। ये अनुपात एक वर्ष पहले के अनुपात का 3 गुना था। हैरानी की बात ये है कि, इसका एक तिहाई भाग अमेरिका के बाहर से यूट्यूब में पोस्ट किया जाता है। इस वेबसाइट पर हर माह करीब 8 सौ मिलियन व्यूज मिलते हैं। यूट्यूब वर्ष 2016 तक विश्व का सर्वोच्च टीवी वेबसाइट एवं सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वेबसाइट है।
यूट्यूब की कुछ विशेष खूबियां
यूट्यूब की कुछ विशेष खूबियां इस प्रकार हैं।
वीडियो पोस्ट
प्रारम्भ में कोई भी यूट्यूब पर ज्यादा से ज्यादा 15 मिनट का वीडियो पोस्ट कर सकता है। इसके बाद उनके वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रया एवं वीडियो की क्वालिटी को देखते हुए उन्हें अधिक से अधिक 12 घंटे तक का वीडियो पोस्ट करने की स्वीकृति प्रदान की जा सकती है। पहले के समय में यूट्यूब पर ऐसी कोई सीमा निर्धारित नहीं की गयी थी। लेकिन बाद में देखा गया कि, लोग बेकार के वीडियो एवं काफी बड़े-बड़े टीवी शोज पोस्ट करने लगे हैं।
इस वजह से मार्च-2006 में इसकी समयाविधि 10 मिनट निर्धारित कर दी गयी थी। एवं वर्ष 2010 में ये समयाविधि बढ़ाकर 15 मिनट कर दी गयी। आज के समय में यूट्यूब के उपयोग में 20GB या उससे ज्यादा के वीडियो पोस्ट किये जा सकते हैं।
वीडियो फार्मेट एवं क्वालिटी
शुरूआती समय में यूट्यूब में 320/240 पिक्सेल के रिसलुशन में मोनो MP3 फार्मेट के साथ वीडियो प्रदर्शित करता था। वर्ष 2007 में यूट्यूब ने 3GP फार्मेट के वीडियो भी मोबाइल में संचालित करने के लिए उपलब्ध किये। वर्ष 2008 में एक उच्च क्वालिटी का मोड डाला गया। जो 480/360 पिक्सेल के रिसोल्युशन के साथ वीडियो प्रदर्शित करता था।
नवम्बर 2008 में इसमें 720p HD सपोर्ट इसमें जोड़ा गया। इस प्रकार यूट्यूब के वीडियो का डाईमेशन 4.3 से 16.9 का हो गया। जो बड़े स्क्रीन पर भी अच्छे से संचालित होता रहा। इन सबके अतिरिक्त 3D वीडियो, 360 डिग्री वीडियो इत्यादि भी यूट्यूब पर मौजूद है। एवं आज यूट्यूब कई प्रकार के वीडियो फार्मेट को सपोर्ट करता है। जिनमें- MPMG-PS, AVI, FLV, MP4 इत्यादि है।
यूट्यूब से कैसे कमाएं पैसे
आज यूट्यूब पैसे कमाने का एक बेहतरीन माध्यम बन गया है। इसमें ऐसे अनेकों सब्स्क्राइबिंग प्लान उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से यूट्यूब काफी वीडियो विज्ञापनों को स्वयं ही एक बढ़िया चैनल से जोड़ देता है। जिसका लाभ चैनल के मालिक को होता है। आइये अब जानें “यूट्यूब से कैसे कमाएं पैसे”, जो इस प्रकार हैं।
- सबसे पहले यूट्यूब लॉगिन करके एक चैनल बनाना होता है। ये चैनल पर्सनल होते हैं। जिसका संचालन कोई दुसरा नहीं कर सकता है। यूट्यूब अकाउंट एक गूगल अकाउंट के समान होता है। एक यूट्यूब अकाउंट से केवल एक चैनल बनाया जा सकता है। यूट्यूब को गूगल के अन्य जगहों से जोड़ा जा सकता है। जैसे-जीमेल, गूगल ड्राइव। इस चैनल का कोई भी आकर्षक नाम रखा जा सकता है। जिससे यूजर्स उस नाम से आसानी से चैनल को ढूंड पाएं। अगर चैनल का नाम वीडियो के कंटेंट से सम्बंधित हो, तो काफी फायदा पहुंचता है। अगर नाम छोटा एवं आकर्षक है, तो लोग उसे आराम से याद रख सकते हैं। एवं लोगों को इसके बारे में बता भी सकते हैं। जिससे आपके चैनल को काफी लोग जान भी सकेंगे। अगर यूजर नेम अच्छा न लगे तो इसे बाद में चेंज भी किया जा सकता है।
- कई प्रकार से अपने वीडियो क्वालिटी को बढियाँ बनाया जा सकता है। जिसके लिए बढियाँ वीडियो सम्पादन, लाइटिंग, एक उच्च क्वालिटी का कैमरा इत्यादि का विशेष ख्याल रखना अत्यंत आवश्यक है।
- वीडियो पोस्ट करने वालों को इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि, जो वीडियो वो पोस्ट कर रहे हैं, वो अधिक लंबा न हो, एवं उसकी क्वालिटी अच्छी हो। शुरुआत किसी भी प्रकार की हो, पर प्रयास करना चाहिए कि, हर अगला वीडियो पिछले वीडियो से अच्छा हो।
- जल्दी-जल्दी निरंतर वीडियो पोस्ट करते रहने से काफी अच्छी संख्या में श्रोता एकत्र हो जाते हैं। जो कमाई का एक अच्छा माध्यम बनता है।
- श्रोताओं की संख्या जितनी ज्यादा होगी, कमाई भी उतनी बढ़ेगी। इस वजह से अपने यूट्यूब का लिंक, अपने फेसबुक अकाउंट, ट्विटर, इंस्टाग्राम एवं दूसरे सोशल साइट्स के जरिये ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए।
- श्रोताओं द्वारा किये गए कमेंट पर अपना जवाब देते रहने से श्रोता बने रहते हैं। उनके विचारों, उनकी बातों एवं सुझाव पर विचार करने से काफी लाभ मिल सकता है।
- अगर हो सके तो वीडियो बनाने के लिए एक छोटा सा ग्रुप बनाकर आपस में काम बाँट लेना चाहिए। इससे बिना किसी चिंता के आसानी से काम किया जा सकता है।
- समय-समय पर अपने यूट्यूब चैनल की जांच करते रहना चाहिए। एवं यदि ऐसा लग रहा है कि, कंटेंट से कोई लाभ नहीं हो रहा है, या चैनल से श्रोता नहीं जुड़ रहे हैं, या पसंद नहीं कर रहे हैं। तो समय के साथ-साथ वीडियो कंटेंट में परिवर्तन कर देना आवश्यक होता है।
- यूट्यूब पर पैसा कमाने का सबसे अच्छा माद्यम यह है कि, यूट्यूब को अपने वीडियो पर विज्ञापन पोस्ट करने की स्वीकृति दी जाए। किसी वोडियो को पोस्ट करने के बाद “मोनेटाइजिंग टैब” पर क्लिक करने से यूट्यूब को अपने आप इसकी स्वकृति मिल जाती है। इसी बॉक्स में उन सभी वीडियो के आगे दर्शाये गए $ निशान पर क्लिक करें। क्लिक किया गया वीडियो “मॉनेटाइज्ड” हो जाता है। उस पर विज्ञापन आने लगते हैं। और जैसे-जैसे श्रोताओं की संख्या में इजाफा होता जाता है, वैसे-वैसे कमाई भी बढ़ने लग जाती है।
- इसके अलावां “गूगल एडसेंस” वेबसाइट पर जाकर अकाउंट बनाना पड़ता है। ये फ्री में बनता है। यहां यूट्यूब द्वारा मांगी जा रही सभी जानकारियां देनी होती हैं। यहां पर एक बैंक अकाउंट या अन्य “पेपल” अकाउंट की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही सब्सक्राइब करने वाले को अपना नाम, एड्रेस इत्यादि देना होता है। इन जानकारियों के माध्यम से एडसेंस मालुम करता है कि, आप कौन हो, और एडसेंस कितने पैसे भेजेगा। श्रोताओं के द्वारा किये गए प्रति विज्ञापन क्लिक पर यूट्यूब से पैसे कमाने के लिए श्रोताओं की संख्या काफी ज्यादा होनी चाहिए।
- इन सब के अलावा यूट्यूब में मेंबर शिप भी ली जा सकती है। मेंबर बनने से अनेक लाभ होते हैं। एक यूट्यूब मेंबर को यूट्यूब की ओर से कंटेंट बनाने में काफी सहायता मिलती है। साथ ही मेंबर होने पर काफी इनाम भी जीते जा सकते हैं। हलांकि मेंबर होने के लिए किसी के वीडियो को अगले 90 दिनों तक न्यूनतम 15 हजार व्यूज मिलने चाहिए।
- यूट्यूब पर वीडियो शुरू होने के पश्चात अन्य अनेक जगहों पर वीडियो की मार्केटिंग करना आवश्यक होता है। इसके लिए ब्लॉग या वेबसाइट बनाई जा सकती है। इसके अलावां और भी काफी सोशल साइट्स हैं। जिन पर अपने वीडियो शेयर कर सकते हैं।