कुल्हड़ बनाने का व्यवसाय करें शुरू, जल्द हो जाएंगे पैसे वाले

सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। सिंगल यूज प्लास्टिक व्यवसाय से काफी लोग जुड़े थे। इस वजह से अब इसके दूसरे ऑप्शनों की खोज जोरों से शुरू हो गयी है। इस पर आज हम आपको एक ऐसे व्यवसाय की जानकारी दे रहे हैं, जिसमें लागत भी कम आएगी, एवं अच्छी-खासी कमाई होने की पूरी उम्मीद है। यह सिंगल यूज प्लास्टिक के सबसे बड़े विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ सकता है।

हम आपको कुल्हड़ के व्यवसाय के बारे में बता रहे हैं। इस व्यवसाय की शुरुआत 50 हजार रूपये से की जा सकती है। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए केंद्र सरकार आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करा रही है। और आजकल तो ज्यादातर जगहों पर जैसे- बाजार, मोहल्लों, चौराहों एवं गली इत्यादि पर कुल्हड़ की चाय की मांग काफी अधिक होती है।

इस पर आप कुल्हड़ बनाने एवं बेचने का व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक के बंद हो जाने के कारण बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, मॉल, एयरपोर्ट इत्यादि में शीघ्र ही कुल्हड़ की मांग में वृद्धि हो सकती है। कुल्हड़ बनाने के लिए सरकार बिजली से चलने वाली चाक उपलब्ध कराती है। जिसकी सहायता से आराम से कुल्हड़ तैयार किये जा सकते हैं। सरकार इन कुल्हड़ों को अच्छे दामों पर खरीदती है।

खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कुछ वक़्त पहले बताया था कि, वर्ष -2022 में भारत सरकार ने 25 हजार इलेक्ट्रिक चाक बांटे थे। जानकारी दे दें कि, जल्द ही में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कुल्हड़ को बढ़ावा देने के लिए कागज़ या प्लास्टिक के कप में चाय बेचने पर रोक लगाने की मांग की थी। हलांकि, भारत सरकार ने भी 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर हर तरह से रोक लगाने की घोषणा कर दी है। इसलिए कुल्हड़ की मांग में होने वाली वृद्धि को देखते हुए इसका लाभ उठाया जा सकता है।

कुल्हड़ बनाने के लिए आवश्यक वस्तुएं

बात की जाए कुल्हड़ बनाने के लिए आवश्यक वस्तुओं कि, तो इसे बनाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिटटी का प्रयोग किया जा सकता है। इसे किसी नदी अथवा तालाब के पास से प्राप्त कर सकते हैं। दूसरी आवश्यक वस्तु साँचा होती है। आप जिस भी आकार का कुल्हड़ तैयार करना चाहते हैं। उस आकार के अनुसार आप मार्केट से साँचा खरीद सकते हैं।

एक बार कुल्हड़ तैयार हो जाने के बाद इसे मजबूत करने के लिए इसे पकाना पड़ता है। इसके लिए एक बड़ी भट्टी की जरुरत होती है। भट्ठी तैयार करने के बाद आप इसमें कुल्हड़ को पका सकते हैं।

कुल्हड़ से होने वाली आमदनी

चाय का कुल्हड़ बढियाँ होने के साथ ही पर्यावरण के लिए भी काफी अच्छा होता है। आजकल के भाव की बात करें, तो कुल्हड़ का रेट 80/- रूपये सैकड़ा है। इसी तरह लस्सी के कुल्हड़ का मूल्य 200/-रूपये सैकड़ा, दूध के कुल्हड़ का मूल्य 200/- रूपये सैकड़ा एवं प्याली 150/- रूपये सैकड़ा चल रहा है। आवश्यकतानुसार मांग में वृद्धि होने पर अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है। अभी सिंगल यूज प्लास्टिक बंद होने के पश्चात इसकी कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।